??हिंदू राष्ट्र??(OFFICIAL)

Description
जात पात की करो विदाई हिन्दू हिंदू भाई भाई
Subscribe कीजिए और सभी हिन्दू मित्रों को जोड़ें ?
We recommend to visit

Welcome to @UtkarshClasses Telegram Channel.
✍️ Fastest growing Online Education App ?
?Explore Other Channels: ?
http://link.utkarsh.com/UtkarshClassesTelegram
? Download The App
http://bit.ly/UtkarshApp
? YouTube?
http://bit.ly/UtkarshClasses

Last updated 2 months ago

https://telegram.me/SKResult
☝️
SK Result
इस लिंक से अपने दोस्तों को भी आप जोड़ सकते हो सभी के पास शेयर कर दो इस लिंक को ताकि उनको भी सही जानकारी मिल सके सही समय पर

Last updated 1 week, 1 day ago

प्यारे बच्चो, अब तैयारी करे सभी गवर्नमेंट Exams जैसे SSC CGL,CPO,CHSL,MTS,GD,Delhi पुलिस,यूपी पुलिस,RRB NTPC,Group-D,Teaching Exams- KVS,CTET,DSSSB & बैंकिंग Exams की Careerwill App के साथ बहुत ही कम फ़ीस और इंडिया के सबसे बेहतरीन टीचर्स की टीम के साथ |

Last updated 1 month, 4 weeks ago

2 months, 1 week ago

अय्याशी के लिए नेहरू ने देश पर थोपा अंग्रेज जनरल

2 months, 1 week ago

1971 में आज ही के दिन भारत ने पाकिस्तान को हरा कर बांग्लादेश की आजादी को सुनिश्चित किया था.

इस वीडियो के माध्यम से जाने बांग्लादेश पर हुए अत्याचार को.

इस युद्ध में करीब 3900 भारतीय सैनिक वीरगति को हुए थे, जबकि 9851 घायल हुए थे.

युद्ध के बाद पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था.

लेकिन बांग्लादेश आज उसी पाकिस्तान के साथ मिलकर हिन्दुओं को जानबूझकर प्रताड़ित कर रहा है, भारत की पीठ में छूरा घोंप रहा है. उसके अपने अतीत से सीख लेनी चाहिए और समझना चाहिए जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु भी होनी है.

2 months, 1 week ago

16 दिसंबर वो दिन जब 1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश को जन्म दिया था। इंदिरा गांधी को उसका श्रेय दिया जाता है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। जानें कैसे सेना के शौर्य को तत्कालीन सरकार ने मिट्टी में मिला दिया।

2 months, 2 weeks ago

दिमाग से अगड़ा पिछड़ा सब जाति का कीड़ा निकल जाएगा,
ध्यान लगाके सुनियेगा,

जात पात का घमंड सब निकल जायेगा
शांति से पूरा सुने।
कैसे गजवाए-हिंद की योजना के तहत क्या क्या होने वाला है।
इस योजना के तहत अकेला भारत ही नहीं है बल्कि और भी पड़ोसी देश शामिल हैं।
बड़ी खतरनाक शाजिस है।

2 months, 2 weeks ago

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितनी संपत्ति के मालिक हो, आपके पास कितना बड़ा पद है, आपको कितने लोग जानते हैं। फर्क इससे पड़ता है कि आप भीतर से कितना शांत रहते हो। यह भीतरी शांति बाहरी परिस्थितियों से प्रभावित होती है या नहीं। नहीं होनी चाहिए। आप अगर खरबपति हो और मार्केट के गिरने से आपका मूड खराब हो रहा हो, तो इससे बड़ी कोई त्रासदी नहीं हो सकती। आत्मा जितनी स्थिर रहती है, हमारे भीतर उतनी ही शांति बनी रहती है। आत्मा को आपके पद, पैसों से मतलब नहीं। उसे सिर्फ इससे मतलब है कि वह परम आत्मा से जुड़ी हुई है या नहीं, क्योंकि अलग होते ही अशांति आना तय है..!!!

2 months, 2 weeks ago

यदि हम जीवन के आनंद का स्रोत, मूल परिवार के बिना भी अनुभव करने लगेंगे या हमारी खुशियां, सम्मिलित रूप से न होने पर भी उतनी ही नैसर्गिक हो जायेगीं, तो ये समझ लेना चाहिए कि इस आनंद या खुशी की अवधि अब अधिक लम्बी नहीं है... यथार्थ में इस थोथे सुकून के बदले, हम भविष्य के लिए ढेर सारा दुःख और एकाकीपन इकठ्ठा कर रहे होते हैं... क्योंकि जिन द्वितीयक रिश्तों के साथ हम स्वयं को खुश महसूस करते हैं, उनके लिए न तो हम कभी प्राथमिक हो सकते और न ही उनके परिवार का हिस्सा... वो हमको सदा अपना बचा हुआ समय ही देंगे, निकाला हुआ नहीं... यदि हम इस सच्चाई को समझ लें, तो परिवार की जीवन में अहमियत और अनिवार्यता, मन को अपने आप स्वीकृत हो जाएगी... हमारी सामाजिक संस्कृति में हर उम्र के रिश्तों की अलग प्राथमिकताएं निर्धारित की गईं हैं, यदि हम शास्त्रोचित स्थापित मूल रिश्तों का सही निर्वाह करें, तो शेष संलग्न रिश्ते स्वतः ही पोषित और आनंदमय हो जाते हैं... सामाजिक जीवन का समस्त ऊहापोह, हमारी प्राथमिकताओं के असंतुलन या अनीतिपूर्ण रुचियों में समाहित है... आज अपने प्रभु से परंपराओं के सम्मान की अलौकिक प्रार्थना के साथ... शुभ दिवस ?

2 months, 3 weeks ago

आवश्यकता से अधिक चालाकी और निश्छल व्यक्ति के साथ छल करने वाले व्यक्ति की बरबादी के सारे द्वार खुल जाते हैं फिर चाहे वह दुनियादारी की शतरंज खेलने वाला कितना ही धूर्त खिलाड़ी ही क्यों न हो... चालाकियों से किसी को कुछ समय के लिये मोहित तो किया जा सकता है, परन्तु जहां दिल जीतने की बात आती है तो वहां सरल और सहज होना आवश्यक है...!!!

2 months, 3 weeks ago

*?~ आज का हिन्दू पंचांग ~?
दिनांक - 03 दिसम्बर 2024
*⛅दिन - मंगलवार
विक्रम संवत् - 2081
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमन्त
मास - मार्गशीर्ष
पक्ष - शुक्ल
तिथि - द्वितीया दोपहर 01:09 तक तत्पश्चात तृतीया
नक्षत्र - मूल शाम 04:42 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढ़ा
योग - शूल दोपहर 03:08 तक तत्पश्चात गण्ड
राहु काल - दोपहर 03:12 से शाम 04:33 तक
सूर्योदय - 07:09
सूर्यास्त - 05:49
दिशा शूल - उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:20 से 06:13 तक
अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:08 से दोपहर 12:51 तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:04 दिसम्बर 04 से रात्रि 12:56 दिसम्बर 04 तक
विशेष - द्वितीया को बृहती(छोटा बैंगन या कटहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*?क्षमा माँगने का सही ढंग?*

? लोग बोलते हैं : ‘जाने – अनजाने में मुझसे कुछ गलती या भूलचूक हो गयी हो तो माफ़ कर देना !’

*?यह माफी लेने कि सच्चाई नहीं है, बेईमानी है । यह माफी माँगता है कि मजाक उड़ाता है ? ‘भूलचूक हो गयी हो तो ....’ नहीं । कहना चाहिए : ‘भूल हो गयी है, क्षमा माँगने योग्य नहीं हूँ लेकिन आपकी उदारता पर भरोसा है, आप मुझे क्षमा कर दीजिये !’ यह सज्जनता है ।
? ऋषि प्रसाद – जुलाई २०२० से*

*?ग्रहबाधा व वास्तुदोष दूर करने का अचूक उपाय*

? आजकल वास्तुदोष-निवारण के नाम पर तीन टांग के कछुआ, मेंढक की मूर्ति घरों में रखने का रिवाज चल पड़ा है । यह तथाकथित फेंगशुई चीनी गृहसज्जा करना है । यदि घर पर किसी भी प्रकार का वास्तुदोष है तो एक देशी गाय रख लें, समस्त वास्तुदोष दूर हो जायेंगे । यदि गाय पालना सम्भव न हो तो घर के आँगन में सवत्सा (बछड़ेवाली) गाय का चित्र लगा लें और घर में गोमूत्र या गोमूत्र अर्क का छिड़काव करें ।

*?शनि, राहू-केतु आदि ग्रहों के दोष-निवारण के लिए प्रत्येक मंगलवार या शनिवार को अपने हाथ से आटे की लोई गुड़सहित प्रेमपूर्वक किसी नंदी अथवा गाय को खिलाएं । कैसी भी ग्रहबाधा हो, दूर हो जायेगी ।*

*? लोक कल्याण सेतु – अक्टूबर २०१९ से*

2 months, 3 weeks ago

हमारे कर्म में दो कार्यों की प्रधानता होती है पहला है भावना और दूसरा है क्रिया.... दोनों ठीक हों तो शुभ कर्म होता है... दोनों गलत हों तो अशुभ कर्म होता है... एक ठीक और एक गलत हो तो मिश्रित कर्म होता है... संसार में भले ही हम क्रिया को महिमामंडन करके अपने मिश्रित कर्म से यश कीर्ति या पर्याप्त सफलता पा लें लेकिन प्रभु हमारे मिश्रित कर्म के मूल को जानते हैं, इसलिए भाव को ही आधार बनाकर परिणाम देते हैं, और हमको स्मरण दिलाते हैं कि अंतःकरण की पवित्रता ही शुभ कर्मों की जनक होती है, इसलिए हमें हर हाल में अपने भाव या भावना को शुद्ध रखना चाहिए, यही निर्मलता, हमारे आगे के कर्मों की नींव बनेगी जिसपर हमारे जीवन रूपी भवन का भव्य निर्माण संभव है... आज अपने प्रभु से,जीवन में, मन के भावों को सदा ही प्रदूषणमुक्त रखने की अलौकिक प्रार्थना के साथ.. शुभ रात्रि ?

2 months, 4 weeks ago

इतिहास ने जब आँखे खोली तब उसे ज्ञान सम्‍पन्‍न सनातन राष्‍ट्र भारत मिला- डॉ. मोहन भागवत, सरसंघचालक, राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ

We recommend to visit

Welcome to @UtkarshClasses Telegram Channel.
✍️ Fastest growing Online Education App ?
?Explore Other Channels: ?
http://link.utkarsh.com/UtkarshClassesTelegram
? Download The App
http://bit.ly/UtkarshApp
? YouTube?
http://bit.ly/UtkarshClasses

Last updated 2 months ago

https://telegram.me/SKResult
☝️
SK Result
इस लिंक से अपने दोस्तों को भी आप जोड़ सकते हो सभी के पास शेयर कर दो इस लिंक को ताकि उनको भी सही जानकारी मिल सके सही समय पर

Last updated 1 week, 1 day ago

प्यारे बच्चो, अब तैयारी करे सभी गवर्नमेंट Exams जैसे SSC CGL,CPO,CHSL,MTS,GD,Delhi पुलिस,यूपी पुलिस,RRB NTPC,Group-D,Teaching Exams- KVS,CTET,DSSSB & बैंकिंग Exams की Careerwill App के साथ बहुत ही कम फ़ीस और इंडिया के सबसे बेहतरीन टीचर्स की टीम के साथ |

Last updated 1 month, 4 weeks ago