Welcome to @UtkarshClasses Telegram Channel.
✍️ Fastest growing Online Education App ?
?Explore Other Channels: ?
http://link.utkarsh.com/UtkarshClassesTelegram
? Download The App
http://bit.ly/UtkarshApp
? YouTube?
http://bit.ly/UtkarshClasses
Last updated 1 month, 2 weeks ago
https://telegram.me/SKResult
☝️
SK Result
इस लिंक से अपने दोस्तों को भी आप जोड़ सकते हो सभी के पास शेयर कर दो इस लिंक को ताकि उनको भी सही जानकारी मिल सके सही समय पर
Last updated 2 months ago
प्यारे बच्चो, अब तैयारी करे सभी गवर्नमेंट Exams जैसे SSC CGL,CPO,CHSL,MTS,GD,Delhi पुलिस,यूपी पुलिस,RRB NTPC,Group-D,Teaching Exams- KVS,CTET,DSSSB & बैंकिंग Exams की Careerwill App के साथ बहुत ही कम फ़ीस और इंडिया के सबसे बेहतरीन टीचर्स की टीम के साथ |
Last updated 1 month, 1 week ago
गणपति वंदन
गणपति हरें कष्ट,
पाप सब करें नष्ट,
नर हो रहा है भ्रष्ट,
इसको सुधारिए।
उर भरे अवगुण,
माया की लगी है धुन,
मन को लगा है घुन,
सबको निकारिए।
माया बनी है गरल,
झूठ हो रहा सफल,
जीवन करो सरल,
कुछ तो विचारिए।
भव सिंधु में आशक्त,
संकट में सारे भक्त,
बिठा नाव में विरक्त,
पार भी उतारिए।
•••>><<•••
दुःखी आत्मा जी
मातारानी वंदन
पूजा पाठ नहीं आता,
कर्म सत है सुहाता,
बच्चा जानकर माता,
शरण में लीजिए।
बनें पर-उपकारी,
जग हित सदाचारी,
माता जगदम्बे प्यारी,
ऐसा वर दीजिए।
दूर करके विकार,
भर सत्य के विचार,
अम्बे कर उपकार,
मन शुद्ध कीजिए।
पाप को सुधारने माँ,
पुण्य को सँवारने माँ,
सुंदरम् निहारने माँ,
भक्तों पर रीझिए।
•••>><<•••
दुःखी आत्मा जी
गणपति वंदन..
गणपति ले के नाम,
बन जाते सारे काम,
कष्ट होते दूर सब,
पाप कट जाते हैं।
खुशियों में झूलते हैं,
दुःख सब भूलते हैं,
गणपति गणपति,
नाम रट जाते हैं।
माया में जो रहें लिप्त,
कभी नहीं होते तृप्त,
उनके तो कर्मों के भी,
खाते फट जाते हैं।
जीवन होता सरल,
सुधा बनता गरल,
दुविधा के जीक्न से,
घन छट जाते हैं।
•••>><<•••
दुःखी आत्मा जी
‼️क्या होते हैं 6 शास्त्र‼️
हिन्दू समाज ने चार वेदों के बाद 6 शास्त्रों का नाम कई बार सुन रखा है। लेकिन हमारा हिन्दू समाज इनसे अंजान है। तो ये आर्य समाज का दायित्व बनता है कि हिन्दू अपने प्रत्येक धर्मग्रंथ को अच्छे से जाने और समझे।
जैसा कि आर्य समाज सदा से इसी प्रयास में रहा है कि हिन्दू अपने मूल वैदिक धर्म को ठीक से जानकर इससें जुड़ जाए और इसलिये समय समय पर आर्य समाज ने अपनी प्रखर लेखनी के द्वारा हिन्दू जनता में चेतना फैलाई है।
तो इन 6 शास्त्रों को वेदों के उपांग या दर्शन शास्त्र भी कहा जाता है। हमारे ऋषियों ने वेदों में यत्र तत्र बिखरे सिद्धान्तों को समेटकर इन ६ दर्शनशास्त्रों का निर्माण किया है जिनके आधार पर हम वेदवाणी को ठीक ठीक समझ सकते हैं।
ये 6 वैदिक दर्शन आस्तिक दर्शन कहलाते हैं।
ये हमारे तर्कशास्त्र हैं जिन्हें पढ़कर हर मनुष्य की बुद्धि खुल जाती है और वह कभी भ्रमित होकर ईश्वर धर्म अधर्म सत्य असत्य आदि के विषय पर शंका नहीं करता। इन दर्शन शास्त्रों को पढ़कर सभी प्रकार की शंकाओं का समाधान स्वयं ही हो जाता है।
ये 6 दर्शन इस प्रकार हैं :-
1.न्याय शास्त्र :- इसकी रचना गौतम मुनि ने की है।इस शास्त्र का विषय मुख्यतः तर्क है। चार प्रकार के प्रमाणों (प्रत्यक्ष. अनुमान. उपमान और शब्द) के द्वारा मनुष्य अपने आसपास बिछे हुए संसार में से सत्य और असत्य को छाँटकर अलग करके जान पाए इस उद्देश्य से ये दर्शन रचा गया है।
2.वैशेषिक शास्त्र :- इसकी रचना कणाद मुनि ने की है। ये शास्त्र पदार्थ विद्या के बारे में है। ईश्वर ने हमारे लिये संसार के जिन पदार्थों का निर्माण किया है उनके गुण कर्म आदि जानकर उनसे कैसे उपयोग लेना है ? ये इस शास्त्र का विषय है।
(ये भौतिक शास्त्र है)
3.सांख्य शास्त्र :- इसकी रचना कपिल मुनि ने की है। इसका मुख्य विषय है प्रकृति के सबसे सूक्ष्म कणों (सत. रज. और तम से शब्द. स्पर्श. रूप.रस और गन्ध) से सृष्टि की उत्पत्ति कैसे होती है ? कैसे सभी पदार्थों में समानता होते हुए विशेषता है ? ये शास्त्र पूर्ण रूप से प्रकृति और आत्मा में भेद बतलाता है।
4.योग शास्त्र :- इसकी रचना पतंजलि मुनि ने की है । इसका मुख्य विषय है आठ मर्यादाओं (यम. नियम. आसन. प्राणायाम. प्रत्याहार. धारणा. ध्यान. समाधी) का पालन करते हुए सभी दुखों से छूटते हुए मोक्ष प्राप्त करने की विधि बताना।
5.मिमांसा :- इसकी रचना जैमिनि मुनि ने की है।इसका विषय है कि किस प्रकार के वैदिक कर्मकांड और मर्यादाओं का पालन करने से मनुष्य पूर्ण सुखी हो सकता है और अपने जीवन के लक्ष्य मोक्ष को पा सकता है ?
6.वेदान्त ( ब्रह्मसूत्र ) :- इसकी रचना वेदव्यास मुनि ने की है।इसका मुख्य विषय है ईश्वर के स्वरूप उसके गुणों का वर्णन करना जिनकों जानकर मनुष्य उनके विषय में सभी शंकाओं से निवृत होकर उनकी उपासना में लगे और योगाभ्यास करते हुए उनको प्राप्त करे।
ये हमारे 6 वैदिक आस्तिक दर्शन हैं जिनको पढ़कर मनुष्य वेद के मन्तव्य ठीक से समझकर तार्किक होकर अपने मूल धर्म को ठीक से जान सकता है।
‼️वेद मंत्र‼️
ओ३म् अहानि शं भवन्तु न: शं रात्री: प्रतिधीयताम्।
शं न इन्द्राग्नी भवतामवोभि: शं न इन्द्रावरूणा रातहव्या।
शं न इन्द्रापूषणा वाजसातौ शमिन्द्रासोमा सुविताय शं यो:।
(यजुर्वेद ३६|११)
हे ईश्वर ! दिन हमें सुखकारी हो रातें शान्ति देने वाली हों विद्युत् वा अग्नि रक्षक सामग्री सहित सुखकारक हो विद्युत् व जल के ग्रहण करने योग्य सुख हमें शान्ति दायक हो विद्युत् और पृथ्वी हमारे लिए अन्नो के सेवनार्थ सुखदायी हों तथा विद्युत् और उत्तम् औषधियां रोगनाशक एवं भय निवर्तक हों ऐसी कृपा करो।
सीताराम ??
कुछ लोग अपने आचार व्यवहार से
आपके दिल _में_ उतर जाते हैं
उन्हें दिल में संभाल कर रखिये.. ??
और कुछ लोग अपने आचार व्यवहार
_से_ आपके दिल से उतर जाते हैं..!
ऐसे लोगों से संभल कर रहिये... ????
राधे राधे जी
_दुःखी आत्मा जी ??
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
हम गंगा, यमुना, नर्मदा, कावेरी और शिप्रा
में डुबकियां लगाकर उतना पुण्य अर्जित
नहीं कर पाते,
जितना एक इनसान मानवता की सेवा
कर पुण्य अर्जित कर पाता है।
आपका दिन मंगलमय हो..!
सादर प्रणाम, सप्रेम जय सीताराम..!
????
_दुःखी आत्मा जी
••• शरद पूर्णिमा •••
शरद पूर्णिमा की रात,
चंद्रमा की चमक बिखराती।
आसमान में खिले हुए,
लाखों तारे टिमटिमाते।
माता लक्ष्मी की पूजा का दिन,
शरद पूर्णिमा का पर्व है।
चंद्रमा की किरणें बरसाती,
सुख और समृद्धि का वरदान देती।
शरद पूर्णिमा की रात में,
भक्तों की भावना को भरती।
माता लक्ष्मी की कृपा से,
जीवन में खुशियाँ और समृद्धि आती।
चंद्रमा की चमक में,
शरद पूर्णिमा का जादू है।
माता लक्ष्मी की कृपा से,
जीवन में सुख और समृद्धि का वरदान मिलता है।
इस रात को जगकर,
भक्त माता लक्ष्मी की पूजा करते।
शरद पूर्णिमा की रात,
माता लक्ष्मी की याद में।
_दुःखी आत्मा जी
गुस्से में दानव और प्यार में साधु हूं मैं,
शांती में संत तो विश्वासघात में अंत हूं मैं..
_दुःखी आत्मा जी
रावण
------
बुराई पर अच्छाई की जीत होती हैं,
यह कहानी दशहरा से जुडी हैं,
मगर रावण तो प्रचण्ड विद्वान था,
उस ने ही स्वयं अपनी मौत का वरण किया था,
त्रिकाल दर्शी को नारायण दिख गये थे,
उसे जन्म मृत्यु के सारे भेद पता थे,
अभिशाप से मुक्ति का मार्ग उसे पता था,
पहले भी श्री नारायन की शरण में था,
फिर वह नारायण की शरण चाहता था,
तभी तो श्री राम ने रामेश्वर में रावण को
आमंत्रित किया था,
लंका विजय का आशीर्वाद रावण से ही
लिया था,
आज भले ही हम रावण को बुराई का प्रतीक माने,
पुतला दहन कर तालिया पीट ले,
मगर सत्य को झुठलाया नहीं जा सकता हैं,
महादेव के महान भक्त को कम नहीं आँका जा सकता हैं
मुक्ति का मार्ग उस ने स्वयं चुना था,
इस सत्य को कभी झुठलाया नहीं जा सकता हैं।
_दुःखी आत्मा जी
माता दुर्गा के नव स्वरूप
शारदीय नवरात्रि_
अष्टम स्वरूप माता महागौरी_
शुभ नवरात्रि की शुभ
बधाई एवं शुभकामनाएं
┈┉┅━❀━✥ ❉ ✥━❀━┅┉┈
श्वेते वृषे समारुढा श्वेताम्बरधरा शुचि: !
महागौरी शुभं दघान्महादेवप्रमोददा !!
┈┉┅━❀━✥ ❉ ✥━❀━┅┉┈
नवरात्रि का उत्सव आपके
लिए आने वाला वर्ष उज्जवल
करे और आपको केवल सर्वोत्तम
खुशियाँ और आनंद प्रदान करे_
┈┉┅━❀━✥ ❉ ✥━❀━┅┉┈
**जब परिवार के सदस्य अप्रिय लगने
लगे और पराये अपने लगने लगे,
तो समझ लीजिए विनाश का समय
आरंभ हो गया है।
╭─❀ सीताराम ⊰╯
╨────────────────━❥**
Welcome to @UtkarshClasses Telegram Channel.
✍️ Fastest growing Online Education App ?
?Explore Other Channels: ?
http://link.utkarsh.com/UtkarshClassesTelegram
? Download The App
http://bit.ly/UtkarshApp
? YouTube?
http://bit.ly/UtkarshClasses
Last updated 1 month, 2 weeks ago
https://telegram.me/SKResult
☝️
SK Result
इस लिंक से अपने दोस्तों को भी आप जोड़ सकते हो सभी के पास शेयर कर दो इस लिंक को ताकि उनको भी सही जानकारी मिल सके सही समय पर
Last updated 2 months ago
प्यारे बच्चो, अब तैयारी करे सभी गवर्नमेंट Exams जैसे SSC CGL,CPO,CHSL,MTS,GD,Delhi पुलिस,यूपी पुलिस,RRB NTPC,Group-D,Teaching Exams- KVS,CTET,DSSSB & बैंकिंग Exams की Careerwill App के साथ बहुत ही कम फ़ीस और इंडिया के सबसे बेहतरीन टीचर्स की टीम के साथ |
Last updated 1 month, 1 week ago